Shiv Ji Ki Sundar Naari Ho
शिव जी की सुन्दर नारी हो,
hiv Ji Ki Sundar Naari Ho
शिव जी की सुन्दर नारी हो,
मैया मेरी पनिया भरन को जाये ।
धर लई दो दो घघरिया हो,
मैया मोरी पनिया भरन को जाये ।।2॥
काहे की घघरी मैया काहे की चुनरी ,
काहे की लेस लगाई हो ।।मैया मोरी पनिया ।।
सोने की घघरी मैया, रूप की चुनरी ,
रेशम लेस लगाई हो ।। मैया मोरी पनिया ।।
कौन पिता तेरो कौन महतारी,
कौन की नार कहाई हो ।। मैया मोरी पनिया ।।
हिमाचल पिता मेरे मैनावती माता,
शिवजी की नार कहाई हो ।। मैया पोरी पनिया ।।
सुमर सुमर मैया तेरो जस गाउँ,
रखियो चरण चितलाई हो ।। मैया मोरी पनिया ।।
Shiv Ji Ki Sundar Naari Ho
Shiv ji ki sundar naari ho,
Maiya meri paniya bharan ko jaaye.
Dhar laayi do do ghagariya ho,
Maiya mori paniya bharan ko jaaye।।2।।
Kahe ki ghagri Maiya kahe ki chunri,
Kahe ki les lagayi ho।। Maiya mori paniya।।
Sone ki ghagri Maiya, roop ki chunri,
Resham les lagayi ho।। Maiya mori paniya।।
Kaun pita tero kaun mahatari,
Kaun ki naari kahayi ho।। Maiya mori paniya।।
Himachal pita mere Mainavati mata,
Shivji ki naari kahayi ho।। Maiya mori paniya।।
Sumar sumar Maiya tero jas gaao,
Rakhiyo charan chitlaayi ho।। Maiya mori paniya।।