Ganpati Pratham Manau O Maiya Mori Jas Lyrics
गणपती प्रथम मनाऊँ, ओ मैया मोरी गणपती प्रथम मनाऊँ ॥
Ganpati Pratham Manau O Maiya Mori Jas Lyrics
गणपती प्रथम मनाऊँ, ओ मैया मोरी गणपती प्रथम मनाऊँ ॥
चैत महिना गौरा नहाने को बैठी रे ,घीस घीस मैल निकार॥ गणपती॥
ओ ही मैल को पूतला बना लई , द्वारे पे दे दई बेठार ॥ गणपती ॥
द्वारे के अंदर कोई आने न पाये , ऐसों हुकम सुनाये ॥ गणपती ॥
घुमघाम के भोला जी आ गए , द्वारे पे रार मचाए ॥ गणपति ॥
भोलाजी जब हारन लागे, धड़ से शीश उड़ाए ॥ गणपती ॥
गौरा जी जब रुष्ट भाई है , गज को शीश लगाए ॥ गणपती ॥
सकल देवता हर्षित हो गए , गणपती नाम धराए ॥ गणपती ..
सुमर सुमर मैया तोरे जस गाये ,रखियों चरण चितलाए ॥गणपती ॥
शेरों वाली मैया के दरबार में दुःख-दर्द मिटाये जाते हैं,
जो भी दर पर आते है शरण में लिए जाते हैं..!!
॥ जय माता दी॥