आप आये यहाँ खिल गए आज हम
Khil ɡaye aaj hum – swaɡat ɡeet
आप आये यहाँ खिल गए आज हम
आप आये यहाँ खिल गए आज हम
स्वागतम स्वागतम स्वागतम स्वागतम
दूर तम हो गया रोशनी आ गयी
आप आये यहाँ है खुशी छा गयी
आपको देखकर हो गयी आँख नम-
स्वागतम स्वागतम स्वागतम स्वागतम
कैसे स्वागत करें ना समझ पाएं हम
भाग्य पर देखिये कैसे इतरायें हम
मन का पंछी उड़े और चूमे कदम-
स्वागतम स्वागतम स्वागतम स्वागतम
प्यार हमको मिला मान्यवर आपका
हर कली खिल गयी ये असर आपका
हम सभी के लिए आ गए हैं स्वयम-
स्वागतम स्वागतम स्वागतम स्वागतम
Author – आकाश महेशपुरी